आज से तीन- चार दशक पहले की बात करने जा रही हूँ , तब टी. वी. ने हमारी शाम को अपने आलिंग्न में नहीं लिया था । शाम होते ही बच्चे, दादी/ नानी से खाना खाते समय ही रात को सुनाई जाने वाली कहानी का वादा ले लेते । कभी - कभी तो एक ही कहानी दो-दो रात चलती रहती । कभी पहेलियाँ बुझाई जातीं ।
वो पहेलियाँ ....जब आज भी मैं याद करती हूँ....ऐसा लगता है ....हम बच्चे दादी के पास बैठे..... मैं बताऊँ...मैं बताऊँ... का शोर मचा रहे हों .... और दादी कहती हो....' अरे भई....जरा दम तो लो .....पहले पहेली कहने तो दो'
आज मैं अपनी यादों की पिटारी खोल..... कुछ पहेलियाँ ले कर आई हूँ
आज बारी आप की है....'शब्दों का उजाला' के पाठकों की..... पहेलियों की शाम ....आप के नाम.....
( पाठकों की जानकारी के लिए बता रही हूँ .....यह पहेलियाँ मैने कोई आप की परीक्षा लेने के लिए नहीं लिखी.....यह तो अपने-आप को अपने बीते हुए कल से जोड़ने का प्रयास है.....आप ने भारत या किसी और देश में रहते यह अनुभव किया है या नहीं कि हम अपने-आप से दूर होते जा रहे हैं....अपने अतीत को भूलते जा रहे हैं...मगर मुझे यह लग रहा है....उसी कल से जुड़े रहने के प्रयास में यह पहेलियाँ ले कर आई हूँ...... )
जैसे-जैसे हम अपने कल को खोजते चले जाएँगे....पहेलियों के उत्तर मिलते जाएँगे....हम हर पहेली के साथ उत्तर लिखते जाएँगे.....
1. तीन अक्षर का देस हूँ
जानते लोग लाख करोड़
पीठ काटो बन जाऊँ
पाँच उँगली का जोड़......................... (पंजाब)
2. वो चीज़ जो गीता में नहीं............................ ( झूठ)
3. वो गई , ये आई.............................................. (नज़र)
4. आई थी, मगर देखी नहीं................................ (मौत/ नींद)
5. धूप में पैदा हुआ
छाया मिली , मुरझा गया..................................... (पसीना)
6. तीतर के दो आगे तीतर
तीतर के दो पीछे तीतर
बोलो कितने तीतर................................. (तीन)
7. वो चीज़ कौन सी
जिसका है आकार
मगर नहीं है भार .................................. (अक्षर)
8. एक कटोरी में
दो रंग का पानी (अंडा)
9. जिसने खरीदा
उस ने नहीं किया प्रयोग
जिस ने किया प्रयोग
उस देखा नहीं .............................. (कफ़न)
10. मैं गोल-गोल
मैं पीला-पीला
दूसरे की थाली में
मैं लगता बड़ा ................................ (लड्डू)
11. एक चीज़ है ऐसी
देखे चोर....
मगर चुरा न सके .............................. (विद्या - ज्ञान)
12. हम माँ बेटी
तुम माँ बेटी
चलो बाग में चलें
तीन आम तोड़ कर
पूरा-पूरा खाएँ ........................... (नानी, माँ और बेटी)
13 .सफेद धरती काले छोले
हाथों बोएँ, मुँह से बोलें
........................................... (कॉपी पर लिखे गये....' अक्षर')
14 . ऐसा बताओ कौन शैतान
नाक पर बैठे पकड़े कान ............................. ( ऐनक)
15. स्थिर है मगर
दिन रात चले...................................(सड़क)
16. बिन हाथों के
बिन पैरों के
घूमें इधर- उधर............................. (अख़बार)
17 . जैसे जैसे मुझे तलाशो
दिल की अड़चन खोलो
प्यार मेरे से पायोगे
रुह की भूख मिटाओगे.......................... (किताब)
18. छोटा सा सिपाही
उस की वरदी
खींच कर उतारी.................................. ( केला)
19. एक चीज़ आई ऐसी
सुबह चार टांगों पर
दुपहर को दो पर
शाम को तीन पर
............................................(बचपन...जवां...और बुढ़ापा)
20. जिस के लगे
उस को मारे
है वो हत्यारा
न वो फाँसी लगे
न जाए जेल
लगता सब को प्यारा ..................................... (चाकू)
-
21. छोटी जी पिद्दणी,
पिद्द पिद्द कर दी ।
सारे बज़ार दी,
लिद कट्ठी कर दी॥............................. ( झाड़ू )
22. हरी सी
भरी सी
राजे दे
दरबार विच्च
दुपट्टा पा के
खड़ी सी। .................................... (मकई का भुट्टा)
23. आ से
ओ से!.............................................. (नज़र)
24 . उत्ते मैँ हरी सी
हेठ लाल हां
अमीर ते गरीब
सब दे नाळ हां। .............................. (हरी मिर्च )
25. देखो मेरा कमाल
लाओ तां हरी
ल्हाओ तां लाल ।........................................(मेहँदी)
26 वेखो मेरी तक़दीर।
मेरे टिढ जन्मों लकीर।
(कणक का दाना)
27. बारां जुवाक
ती पौते
प्यो दा नां
दस खोते !
...............................................( साल, महीना, दिन)
.
28. पिच्छों खांवां
अग्गों कढां ।
29. 32 फौजी
कल्ली नार
कर दी वार
नां मन्ने हार।
........................................................(जीभ और दाँत)
.
30. दुम्म से
पानी पी कर
मुख से
आग उगलती हूं!
31. खड़ी भी चलती
पड़ी भी चलती
जड़ी भी चलती
बंधी भी चलती
बिन पग भी चलती।
32. पहले मैं खाता
फिर
सब को खिलाता!
33. ऊगता हूं
बढ़ता हूं
पर
लगता नहीँ पत्ता।
34. नाक पर बैठता
कान पकड़ता।........................................... (ऐनक)
35. गोभी मटर
टमाटर प्याज
सब संग यारी
अपने जैसी
कौन तरकारी?
हरदीप कौर संधु